Organizational culture can be a potent source of motivation for your team or an equally powerful hindrance to it. Some view organizational culture as an ethereal force of nature that is troublesome, costly, or impractical to control, so they don’t try. Others oversimplify it, dusting their hands off after a quick ‘about us’ page update. The truth is, it’s both ...
Emerging Hybrid Work Culture and its Future Implications
What is a Hybrid Workplace Culture? The hybrid work culture turned out great during the Covid time frame; notwithstanding, their proficiency is yet to be seen during the time of typical business as usual. A hybrid workplace culture incorporates both works from home and works from the workplace climate simultaneously. It offers adaptability to the employees, who have an ...
Are we really Inclusive at Work?
The moment we hear conversations about Inclusion at work, our first thought goes towards the Inclusion of Women. Whether you look around in most organizations or even at a more granular level within your teams, meetings, you will find women being represented at different hierarchical levels –as peers, juniors, and sometimes as leaders. Moving away to a more general scenario, ...
संगठनात्मक संस्कृति और संगठनात्मक माहोल के बीच अंतर।
संगठनात्मक संस्कृति और संगठनात्मक माहोल के बीच अंतर। इस लेख में, मेरा इरादा संगठनात्मक संस्कृति औरसंगठनात्मक माहोल के बीच निष्कर्ष निकालना है। अक्सर विद्वानों के साहित्य ने इन दोनों को अलग-अलग संबोधित किया है, लांकि लीडरओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि संगठनों के यिन और यांग के रूप में संगठनात्मक संस्कृति और माहोल को एकजुट रूप से लाएं। इस ...
महामारी, शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य
कोविड महामारी ने समाज के हर वर्ग को प्रभावित किया है चाहे वो आर्थिक हो, सामाजिक हो, राजनीतिक हो शैक्षणिक हो या मानसिक हो..समाज के हर पहलू अपने गिरफ्त में इस महामारी ने प्रभावित किया है..कुछ इसी तरह हमारा शैक्षिक तंत्र भी इससे अछूता नहीं रहा ..शिक्षा हमारे समाज का सबसे महत्वपूर्ण अंग है ये हमारा भविष्य तो बनाता ही ...
भारत मे नैतिक नेतृत्व
भारत मे नैतिक नेतृत्व डा. उषा भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत 5000 साल पुरानी है। हालांकि सभ्यता के चार मुख्य उद्गम हैं जो पूरब से पश्चिम की ओर प्रस्थान करने वाले चीन, भारत, फर्टाइल क्रिसेंट तथा भूमध्य रेखा, विशेष रूप से ग्रीक और इटली हैं, परंतु भारत अधिक श्रेय का हकदार है क्योंकि भारत मे प्रचलित धर्मो और नये धर्मो ...
बेहतर लीडर बनने में क्रिटिकल थिंकिंग यानी आलोचनात्मक सोच की भूमिका
बेहतर लीडर बनने में क्रिटिकल थिंकिंग यानी आलोचनात्मक सोच की भूमिका सतनाम कौर बहुत कम लोग जानते हैं कि क्रिटिकल थिंकिंग यानी आलोचनात्मक सोच को वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने जीवन को प्रभावी ढंग से जीने के कौशल की श्रेणीं में रखा हैं। यानी जीवन को अगर बेहतर ढंग से जीना हैं तो यह कौशल बहुत महत्वपूर्ण है। पर सबसे ...
ग्रामीण महिलाएं और उनकी प्रगति
क्योंकि ग्रामीण भारत से संबंध रखता हूं और मैंने इसका सूक्ष्मता से अवलोकन किया। अतः मैं अपने उसी और दुकान से जगत ज्ञान को रखने को आधुनिक भारतीय महिलाएं यदि शहर शहरी है तो वह बाहर निकल कर नाम कमा रहे हैं अपनी पहचान बना रही है। परंतु ग्रामीण महिलाओं के जीवन से संघर्ष अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ ...
The Psychology of Sports and Neeraj Chopra
Neeraj Chopra, an Indian javelin thrower created history on 7th august 2021. He threw the javelin to a distance of 87.58m and made India proud by picking up the gold medal in Tokyo Olympics. Indeed, a moment to pause our life and to feel the pride feeling of being an Indian. This is an amazing result of Neeraj’s practice but above ...
What is imposter syndrome?
Self-doubt and lack of confidence frequently cause people to doubt their own abilities and accomplishments, and to see themselves as undeserving or even an imposter. While most people can rise above the questions and believe in themselves and their accomplishments, this is not the case for people with imposter syndrome. Imposter syndrome is characterized by an inability to own one’s ...